Saturday, April 24, 2010

मछली जल की रानी है  .
जीवन उसका पानी है .


खिचडी के हैं चार यार .
पापड, चटनी , दही, अचार .


गर्मी के दिन आते हैं
हमको बहुत भाते हैं .


सर्दी हमें नहीं भाती है .
रात बड़ी जल्दी होती है .




चीं चीं चूं चूं  करती चिड़िया .
फुर फुर करती उड़ती चिड़िया .


कितना सुंदर  मेरा घर
बना हुआ जंगल के अंदर


एक दो तीन चार .
मन में रखना उच्च विचार .