मछली जल की रानी है .
जीवन उसका पानी है .
खिचडी के हैं चार यार .
पापड, चटनी , दही, अचार .
गर्मी के दिन आते हैं
हमको बहुत भाते हैं .
सर्दी हमें नहीं भाती है .
रात बड़ी जल्दी होती है .
चीं चीं चूं चूं करती चिड़िया .
फुर फुर करती उड़ती चिड़िया .
कितना सुंदर मेरा घर
बना हुआ जंगल के अंदर
एक दो तीन चार .
मन में रखना उच्च विचार .